lirikcinta.com
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

hukkah paani (a 21st century poem) - raman negi lyrics

Loading...

[verse 1]
देखो गली में आज कैसा शोर है
खबर है की रेह्नुमा अपने चोर है
तस्करी देखो इन्सानियत कि यहाँ
खबरें है या साैदागर का इश्तिहार है
जात पे चलती है सरकार यहाँ
मज़हब का बेहतरीन कारोबार है
ज्ञान पेले विदेशों से अपने यार
बुध्दिजीवीयोन का कैसा मायाजाल है

[pre*chorus]
चलता है हुक्का पानी मेरा इन बातों से
चलता है हुक्का पानी मेरा इन बातों से

[chorus]
खैरातों की दौलत ना बद्लेगी जहान
तमाशा तु देख
तु देख मेरी जान्

[verse 2]
कलाकारों की जुबां पे ताले है यहाँ
अपने चलचित्र का चरित्र बिमार है
कलाकारों की जुबां पे ताले है यहाँ
अपने चलचित्र का चरित्र बिमार है
सनसनीखेज़ दस्तावेजों का बोलबाला देखो
खबरें है फ़िर भी पत्रकार अदाकार है
कमरों मे बैठे काउच गान्धीकारी अपने यार
क्रान्ती चाहे किन्तु वो होम डिलीवर हो
तस्वीरें लेके खुद्की ढुँढे उसमे ये जहान
खुद पर हस्ती इनकी दो लाइलाज है
[pre*chorus]
चलता है हुक्का पानी मेरा इन बातों से
चलता है हुक्का पानी मेरा इन बातों से

[chorus]
खैरातों की दौलत ना बद्लेगी जहान
तमाशा तु देख
तु देख मेरी जान्

[outro]
चलता है हुक्का पानी मेरा इन बातों से (x7)
चलता है हुक्का पानी ………….

Random Song Lyrics :

Popular

Loading...