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lirik lagu hari har – adarsh shinde

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[intro]
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, गोकुल में हो मोहन
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, कुरुक्षेत्र में अर्जुन
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, गोकुल में हो मोहन

ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, कुरुक्षेत्र में अर्जुन
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, लंका में दशानन
ऐसा एक पृथ्वीराज जैसा, रावण को राम सातवां

[chorus]
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर*हर*हर पृथ्वीराज
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज

हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर*हर*हर पृथ्वीराज
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज

[verse 1]
अटल अचल पर्वत वो हिमालय
नीव से जो दुल जावे
सत्य की राह जो त्यागे युधिष्ठिर
सागर लंघ लगावे
जो पछिम में सूरज उगाकर, पूरव में डब जावे
जो धरती के बोझ से शेष*नाग झुक जावे
जो शंकर छोडे बवानी ब्रह्म वेद को रत्न
जो याह संभव होवे तू छन में पृथ्वीराज करके दिखावे
[chorus]
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर*हर*हर पृथ्वीराज
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज

हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर*हर*हर पृथ्वीराज
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज

[instrumental*break]

हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर, हर, हर, पृथ्वीराज
रक्त पाठ रख पाठ देहके
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज
शक्ति पाठ शक्ति चमक
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, हर, हर, हर, पृथ्वीराज
हरि हर, हरि हर, हरि हरि
हरि हर, जियो राज पृथ्वीराज

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