lirikcinta.com
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu saari umar – harish budhwani

Loading...

होती है सुबह, तेरे इंतज़ार में
भीड़ में खड़ा, ख्वाबों के बाज़ार में
कोई ना यहाँ, किसको मैं बताऊं?

तेरी हर अदा, कैसे मैं भुलाऊं?

क्यूँ तेरी, प्यारी*प्यारी गलतियाँ मंज़ूर है?
पर इसमे मेरा कोई ना क़सूर है
कहो ना मुझको, हाँ ये सपना है
मैं ख्वाब ही जी लूँ, सारी उमर
कहानी तेरी, कहानी मेरी, सुनेगी ये दुनिया
सारी उमर, सारी उमर, सारी उमर, सारी उमर

कहो, कहो ना, क्या है दिल में छुपा?
रहो, रहो ना, सिरहाने मेरे यहाँ
बैठे हैं हम भी, बैठे हो तुम भी
तारों भरी रात में
और तुमने पूछा, “है चाँद कहाँ”?
मैं तकता रहूँ बस तुम्हें

ज़ुफ़्लों के पीछे ये चेहरा जो तेरा
मेरा तो चाँद है रे!
झूठा नहीं मैं मालूम है तुमको
तेरी कसम है मुझे

कहो ना मुझको, हाँ ये सपना है
मैं ख्वाब ही जी लूँ, सारी उमर
कहानी तेरी, कहानी मेरी, सुनेगी ये दुनिया
सारी उमर, सारी उमर, सारी उमर, सारी उमर

lirik lagu lainnya :

YANG LAGI NGE-TRENDS...

Loading...