lirikcinta.com
a b c d e f g h i j k l m n o p q r s t u v w x y z 0 1 2 3 4 5 6 7 8 9 #

lirik lagu agni rela – v-shaedy

Loading...

verse 1 *
नियति एक खेल है मन का
क्यों तू इसमें रुका है ?
नियति एक खेल है मन का
क्यों तू इसमें रुका है ?
ले साज़ तू हो मगनवा
ले साज़ तू हो मगनवा
तू बजा दे इस वाद्य से वो

chorus *
धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी

*जटिल * गंभीर संगीत*

bridge *
रे, नि स, स नि स, रे, नि स
स नि स, रे रे रे, म म रे‌ रे स
स ग म प
ले साज़ तू हो मगनवा (रे, नि स, स नि स, रे, नि स
स नि स, रे रे रे, म म रे‌ रे स)
तू बजा दे इस वाद्य से वो (स ग म प म रे‌ स)
धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं
सुनहरी मेरी

verse 2 *
नियति एक खेल है मन का
क्यों तू इसमें रुका है ?
ले साज़ तू हो मगनवा

ले साज़ तू हो मगनवा
ले साज़ तू हो मगनवा

outro *
सुनहरी मेरी, हो!
कभी बोल के तुझको सुना दूं मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं मेरी धुन धुन
कभी बोल के तुझको सुना दूं सुनहरी मेरी

lirik lagu lainnya :

YANG LAGI NGE-TRENDS...

Loading...